काबुल से लायी श्री गुरुग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां
भारत आस्थाओं में विश्वास करने वाला दुनिया का एक अनोखा देश है। यह देश धर्मनिरपेक्षता को अपने आंचल में छुपायें हुये है, जहां सभी धर्म विश्वास और आस्था को सर्वोपरि मानते हैं। श्री गुरू ग्रंथ साहेब सिख धर्म की अमूल्य कृति है और सिख समुदाय का सबसे पवित्र ग्रंथ है जो काबुल के गुरूद्वारों से बड़े ही सुरि़क्षत तरीके से भारत लाया गया है। प्रस्तुत है समूचा घटना क्रम।
नयी दिल्ली। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद काबुल से श्री गुरुग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां दिल्ली लाई गईं हैं। बता दें कि केंद्रीय मंत्री हरिदीप सिंह पुरी ने श्री गुरुग्रंथ साहिब की प्रतियों को रिसीव किया है और अपने सिर पर रखकर एयरपोर्ट से बाहर आए।केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने श्री गुरुग्रंथ सहिब का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर साझा किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि थोड़ी देर पहले काबुल से दिल्ली श्री गुरुग्रंथ साहिब जी के तीन पवित्र स्वरूप को प्राप्त करने और उन्हें प्रणाम करने का सौभाग्य मिला।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान के 34 में 33 प्रांतों पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है। जिसके बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया और लोग अफनागी जमीं छोड़ने के लिए विवश हो गए। काबुल एयरपोर्ट पर भारी संख्या में लोग मौजूद हैं। सभी मुल्क अपने-अपने लोगों को वहां से निकालने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। तालिबान ने संकेत दिया है कि वह जल्द ही निकासी प्रक्रिया को रोक सकता है। भारत भी लगातार आपातकालीन ऑपरेशन चला रहा है। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद 16 अगस्त से करीब 730 लोगों को दिल्ली लाया जा चुका है।