कोविड-19 महामारी के कारण चारधाम यात्रा बंद
कोविड-19 महामारी के चलते उत्तराखंड में चारधाम यात्रा बेशक ठप है, लेकिन सियासी दल अपनी चुनावी यात्रा शुरू करने से खुद को नहीं रोक पा रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर में कोविड प्रोटोकॉल की दुहाई देने वाली सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने अपनी-अपनी चुनावी यात्रा या रैलियां शुरू करने के लिए कमर कस ली है।
सरकार चारधाम यात्रा शुरू करने को लेकर निर्णय नहीं ले पा रही है
चारधाम यात्रा से जुड़े व्यवसायी यात्रा शुरू करने का दबाव बना रहे हैं। लेकिन सरकार चारधाम यात्रा शुरू करने को लेकर निर्णय नहीं ले पा रही है। इसकी मुख्य वजह कोरोना संक्रमण का खतरा है। राज्य में बेशक कोरोना संक्रमण की दर अब काफी कम हो चुकी है, लेकिन खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। लिहाजा चारधाम यात्रा शुरू होने की सूरत अभी दिख नहीं रही है।
सियासी दल चुनावी यात्राओं को रोकने को तैयार नहीं दिख रहे
दूसरी ओर 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के दबाव में सियासी दल अपनी चुनावी यात्राओं को रोकने को तैयार नहीं दिख रहे। शुक्रवार को कांग्रेस खटीमा से परिवर्तन यात्रा का आगाज करेगी तो श्रीनगर गढ़वाल में भाजपा की जन आशीर्वाद रैली निकलेगी। इन चुनावी यात्राओं और रैलियों में कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन एक बड़ी चुनौती है। जन आशीर्वाद यात्रा के पहले चरण में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोविड प्रोटोकॉल का किस तरह से पालन किया, यह किसी से छुपा नहीं है। अब पार्टी शुक्रवार को श्रीनगर गढ़वाल में फिर छह सितंबर को अल्मोड़ा में दूसरी रैली होगी। इन रैलियों में बड़ी तादाद में कार्यकर्ताओं के जुटने की संभावना है। इस भीड़ में कोविड गाइडलाइन के अनुरूप उपयुक्त व्यवहार कराना आसान नहीं है। कांग्रेस आज शुक्रवार को खटीमा से परिवर्तन यात्रा का आगाज करेगी। यह यात्रा पूरे प्रदेश में होगी। यात्रा जहां जाएगी वहां सभाएं होंगी, जिनमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता जुटेंगे