तालिबान ने महिलाओं के लिए जारी किए 10 नियम
यूएनओ खामोश !
तालिबानी ने महिलाओं के लिए नियम-कानून बेहद कठोर कर दिए हैं। शरिया कानून के तहत 20 सालों के संघर्ष के बाद मिलें तमाम अधिकार छीन लिए गए हैं। साल 2001 में तालिबानी शासन के दौरान महिलाओं ने बहुत कुछ सहा। एक बार फिर से उन्हीं नियमों को उऩ पर थोप दिया गया है।
महिलाओं के लिए के 10 तालिबानी नियम
1. सड़कों पर अकेले नहीं निकल सकतीं, करीबी रिश्तेदार साथ होना जरूरी।
2. बाहर निकलने पर बुर्का पहनना जरूरी।
3. हाई हील्स न पहनें।
4. सार्वजनिक जगहों पर महिला की आवाज़ सुनाई न दे।
5. ग्राउंड फ्लोर के घरों में खिड़कियां पेंट होनी चाहिए, महिलाएं दिखाई न दें।
6. महिलाएं तस्वीर नहीं खिंचवा सकती हैं, उनकी तस्वीरें अखबारों, किताबों और घर में नहीं दिखनी चाहिए।
7. महिला शब्द को किसी भी जगह के नाम से हटा दिया जाए।
8. घर की बालकनी या खिड़की पर महिलाएं ना दिखें।
9. सार्वजनिक कार्यक्रम का हिस्सा महिलाएं न हों।
10. महिलाएं नेल पेंट न लगाएं, मर्जी से शादी नहीं कर सकतीं।
न मानने पर सजा महिलाओं ने अगर नियम तोड़े तो सज़ा का सामना करना पड़ता है। सजा के तौर पर महिलाओं की सार्वजनिक बेइज्ज़ती और पीट-पीटकर मारना आम है। अवैध संबंधों के लिए महिलाओं को सार्वजनिक तौर पर मारा जाता है। कोई लड़की अरेंज मैरिज से भागती है तो उसकी नाक और कान काटकर मरने के लिए छोड़ दिया जाता है। नेल पेंट लगाने पर उंगलियां काट दी जाती है।