पुलिस की सख्ती के बाद रविवार को मसूरी, नैनीताल व लैंसडौन में सीमित संख्या में ही पर्यटक पहुंच पाए
देहरादून। पुलिस की सख्ती के बाद रविवार को मसूरी, नैनीताल व लैंसडौन में सीमित संख्या में ही पर्यटक पहुंच पाए। बिना होटल बुकिंग, आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट और रजिस्ट्रेशन कराए बिना आने वाले पर्यटकों को बार्डर से ही लौटा दिया गया। उधर, प्रदेश की सीमाओं पर चेकिंग के कारण पूरे दिन जाम जैसी स्थिति बनी रही। जांच में सभी दस्तावेज पाए जाने के बाद 1950 वाहनों को ही मसूरी जाने दिया गया। इनमें 11 चार पहिया और 850 दोपहिया शामिल थे।
देहरादून के एंट्री प्वाइंट आशारोड़ी चेकपोस्ट से 150, कुठालगेट से 2050, किमाड़ी से 770, सहस्रधारा से 550 और गुच्चूपानी से 430 वाहनों को लौटाया गया। इससे मसूरी में भीड़ काफी सीमित रही। हालांकि जाम की स्थिति फिर भी बनी। इससे पर्यटकों के साथ आमजन को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
नैनीताल में खूब रही चहल-पहल
रविवार को बड़ी संख्या में सैलानी नैनीताल घूमने पहुंचे। हालांकि शहर के एंट्री प्वाइंट रूसी बाइपास व नारायणनगर में जांच के दौरान बिना होटल बुकिंग और कोविड जांच के आए पर्यटकों को शहर में एंट्री नहीं दी गई। रूसी और नारायण नगर क्षेत्र में ही करीब एक हजार से अधिक वाहन पार्क रहे। यहां सैलानियों ने मालरोड पर चहलकदमी के साथ हल्के कोहरे के बीच नौकायन का भी लुत्फ उठाया।
लौटने वाले पर्यटकों की रही भीड़
वीकेंड पर उत्तराखंड के अलग-अलग पर्यटक स्थलों पर घूमने के लिए आए पर्यटक रविवार शाम से वापस जाने लगे। ऐसे में सीमाओं पर काफी भीड़भाड़ रही। लंबे समय बाद कोविड कफ्र्यू से छूट मिलने के कारण सैलानी शुक्रवार शाम से ही पर्यटक स्थलों पर आने लगे थे। ऐसे में सभी होटल बुक हो गए। शुक्रवार को सभी पर्यटक स्थलों पर काफी भीड़ देखी गई, लेकिन शनिवार को पुलिस की सख्ती के बाद भीड़ में थोड़ी कमी आई।
एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पुलिस की सख्ती के बाद पर्यटक स्थलों पर भीड़भाड़ सीमित रही। पिछले सप्ताह के मुकाबले काफी कम वाहन ही पर्यटक स्थलों पर पहुंचे। मसूरी, सहस्रधारा व गुच्चुपानी में गहनता से चेकिंग करवाई गई। ऐसे में वही पर्यटक पहुंच सके, जिनके पास पूरे दस्तावेज थे। सख्ती के बाद काफी संख्या में लोग दस्तावेज लेकर भी आ रहे हैं।