दून में अब निरंतर दिख रही राहत, मौत पर भी लगा अंकुश
देहरादून। कोरोना संक्रमण के लिहाज से सर्वाधिक प्रभावित रहे दून में अब निरंतर राहत दिख रही है। संक्रमण दर तीन के करीब आ चुकी है और कोरोना से होने वाली मौत पर भी अंकुश लग रहा है। इसी तरह कोरोना से जंग जीतकर स्वस्थ होने वाले व्यक्तियों की दर भी 97 फीसद पार कर गई है।
मंगलवार को दून में महज 3.69 फीसद सैंपल पॉजिटिव पाए गए। इसके सापेक्ष 694 लोग स्वस्थ हो गए। स्वस्थ होने का आंकड़ा नए मामलों से 248 फीसद अधिक रहा। कोरोना की पहली व दूसरी लहर में यहां अब तक एक लाख आठ हजार 762 व्यक्ति संक्रमित हो चुके हैं। हालांकि, इनमें से एक लाख दो हजार 178 व्यक्ति स्वस्थ भी हो गए। स्वस्थ होने की दर 97.25 फीसद है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण से ठीक हुए व्यक्तियों के मुकाबले यह 9.20 फीसद अधिक है।
एक जून को यह रही स्थिति
- नए मामले, 279 (अब तक कुल 1,08,762 )
- संक्रमण दर, 3.69 फीसद (अब तक कुल 11.30 फीसद)
- मौत, 23 (अब तक कुल 3192)
- स्वस्थ हुए, 694 (अब तक कुल 1,02,178)
- सक्रिय मामले, 2812
आंदोलनरत मनरेगा कर्मियों ने किया रक्तदान
महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारी संगठन ने आंदोलन के 79वें दिन रक्तदान किया। मांगों को लेकर आवाज उठाते हुए कार्मिकों ने कोरोना काल में जन सहयोग को भी कदम उठाया और करीब दो दर्जन कर्मियों ने रक्तदान किया।
संगठन के प्रदेश प्रवक्ता रमेश गडिया ने कहा कि मनरेगा कर्मचारी 15 मार्च से विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर समायोजन-नियमितीकरण, गे्रड वेतन की मांग को लेकर 12 सौ कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और काबीना मंत्री सुबोध उनियाल से कार्रवाई की गुहार लगाई है। बताया कि काबीना मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि कोरोना काल में आंदोलनरत कार्मिकों को हटाया नहीं जाएगा। रक्तदान करने वालों में उपाध्यक्ष शिव शंकर गुसाईं, विजय पाल रावत, नरेश डबराल, संदीप भंडारी, अनूप नेगी, सत्यप्रकाश बडोनी आदि शामिल थे।