रेसकोर्स के पार्षद देवेंद्र पाल सिंह मोंटी ने अनोखी पहल की- प्रेशर कुकर से विभिन्न जगहों पर नागरिकों को निश्शुल्क भाप दिला रहे
देहरादून। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। इसी चिंता को देखते हुए रेसकोर्स के पार्षद देवेंद्र पाल सिंह मोंटी ने अनोखी पहल की है। वह प्रेशर कुकर से विभिन्न जगहों पर नागरिकों को निश्शुल्क भाप दिला रहे हैं।
मोंटी ने बताया कि जिप्सी पर उन्होंने गैस-चूल्हा रखा हुआ है। जिसमें प्रेशर कुकर में पानी के साथ नीम, कपूर, विक्स और तुलसी डालकर उसे गर्म किया जाता है। इस दस लीटर के कुकर में पाइप लाइन इस तरह जोड़ी गई है ताकि एक साथ चार लोग शारीरिक दूरी बनाकर भाप ले सकें। उन्होंने बताया कि शुक्रवार से इस अभियान को शुरू किया गया और जिप्सी को दो घंटे के लिए कोरोनेशन अस्पताल के बाहर लगाया। जिसमें 30 से अधिक व्यक्तियों ने भाप ली। मोंटी ने बताया कि इस स्टीम थैरेपी से कोरोना से बचा जा सकता है।
निश्शुल्क अंतिम संस्कार कर रहे पूर्व पार्षद
कहते हैं कि दुनिया में सबसे बड़ा काम सेवा करना है। मुसीबत के समय में स्वजन की सेवा तो सभी करते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपनी जान हथेली पर रखकर कोविड संक्रमित शवों का निश्शुल्क रूप से अंतिम संस्कार करवा रहे हैं। इनकी सेवा भाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी इन्हें निर्धन व बेसहारा कोरोना मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए अधिकृत कर दिया है।
पूर्व पार्षद संतोख सिंह नागपाल व उनके साथी पिछले साल से कोरोना संक्रमित मरीजों के शवों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं। टीम के सदस्य गुरजिंदर सिंह आनंद ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में अभी तक वह 55 से अधिक कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के शवों का निश्शुल्क अंतिम संस्कार कर चुके हैं। इसमें वे लोग शामिल हैं, जो गरीब व बेसहारा हैं। ऐसे लोग जिनका अंतिम संस्कार करने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है। इसमें कुछ सहायता जिला प्रशासन कर रहा है। जबकि कुछ वे सभी मिलकर कर रहे हैं।
ये है टीम में शामिल
सरदार रविंद्र सिंह आनंद, संतोख सिंह नागपाल, गुरजिंदर सिंह आनंद, नीरज ढींगरा, हरदीप सिंह, अमित पारीख व अमरजीत सिंह।