उत्तराखंड में 5403 लोग संक्रमित, राज्य में सक्रिय मामले बढ़कर 55 हजार के पार
देहरादून उत्तराखंड में सोमवार को 128 कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। ये अब तक एक दिन में हुई मौत का सर्वाधिक आंकड़ा है, जबकि 5403 लोग संक्रमित भी मिले हैं। सैंपल पॉजिटिविटी दर 16.26 फीसद रही। राज्य में सक्रिय मामले बढ़कर 55 हजार के पार पहुंच गए हैं।
मसूरी में 48 की रिपोर्ट पॉजिटिव
उप जिला चिकित्सालय में सोमवार को 49 लोग के रैपिड एंटीजन टेस्ट किए गए, जिनमें से चार लोग संक्रमित पाए गए। वहीं आटीपीसीआर जांच के लिए 81 लोग के सैंपल लिए गए। इसके अलावा जिन लोग के पूर्व में सैंपल लिए गए थे, उनमें 48 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं यहां बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर में 108 लोग को टीका लगाया गया।
कोरोना से बच्ची की मौत, दादी भी संक्रमित
चमोली जिले के थराली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को एक ढाई माह की बच्ची की कोरोना से मौत हो गयी। बच्ची की दादी भी कोरोना संक्रमित मिली हैं। जनपद चमोली में सोमवार को कोरोना के 169 नए मामले सामने आए। थराली में बच्ची की मौत होने के स्वजन को होम आइसोलेट किया है। थराली स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. पूनम के मुताबिक ढाई माह की बच्ची को उसके स्वजन गंभीर हालत में अस्पताल लाए थे। बच्ची का एंटीजन टेस्ट करने पर उसका टेस्ट कोरोना पॉजिटिव आया। इसके तुरंत बाद ही बच्ची ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। वहीं बच्ची की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसके स्वजन का भी एंटीजन टेस्ट किया गया, एंटीजन टेस्ट में बच्ची की दादी भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई जबकि ढाई माह की मासूम की मां व दादा की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आयी है। उपजिलाधिकारी थराली सुधीर कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि बच्ची के स्वजन की आरटीपीसीआर टेस्टिंग भी की जाएगी व रिपोर्ट आने तक सभी को होम आइसोलेट किया है।
कैंट अस्पताल में जल्द शुरू होगा कोविड केयर सेंटर
सैनिक कल्याण मंत्री गणोश जोशी ने सोमवार को गढ़ी कैंट स्थित छावनी अस्पताल का निरीक्षण किया। अस्पताल को 150 बेड के कोविड केयर सेंटर के तौर पर विकसित किया जा रहा है। सैनिक कल्याण मंत्री स्वयं इस अस्पताल को तैयार करा उपचार शुरू कराने के लिए प्रयासरत हैं। तभी निमार्ण कार्यों की प्रगति को वह दिन-रात मॉनिटर कर रहे हैं।
मंत्री ने अस्पताल निमार्ण की जिम्मेदारी देख रही कैंट बोर्ड की मुख्य अधिशासी अधिकारी तनु जैन को निर्देश दिए हैं कि निमार्ण को जल्द पूरा कराया जाए। इसके लिए आवश्यक उपकरण, दवाएं,चिकित्सक व अन्य स्टाफ के लिए सेना अस्पताल व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से समन्वय बनाए रखें। उन्होंने कहा कि काम दो स्तर पर किया जाए। पहला अस्पताल के निमार्ण कार्य और दूसरा अस्पताल के लिए आवश्यक संसाधन की उपलब्धता। ताकि निर्माण में लग रहे समय में ही तमाम व्यवस्था हो जाए।