जैवलिन थ्रो में भारत का जोरदार प्रदर्शन

यह झाझरिया का तीसरा पैरालंपिक पदक है, उन्होनें इससे पहले एथेंस 2004 और रियो 2016 में स्वर्ण पदक जीता है। वहीं गुर्जर ने 64.01 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ झझरिया के 2016 के निशान को भी पीछे छोड़ दिया।

देवेंद्र झाझरिया और सुंदर सिंह गुर्जर ने पुरुषों की भाला फेंक में रजत और कांस्य पदक जीता। अपने बेहतीरन प्रदर्शन की बदौलत भारत की झोली में अब तक कुल 6 मेडल हासिल कर लिया है। आपको बता दें कि यह झाझरिया का तीसरा पैरालंपिक पदक है, उन्होनें इससे पहले एथेंस 2004 और रियो 2016 में स्वर्ण पदक जीता है।

झाझरिया ने 64.35 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो करने में कामयाबी हासिल की, जिससे उन्हें अपने ही विश्व और खेलों के 63.97 मीटर के रिकॉर्ड को पार करने में मदद मिली, जो उन्होंने 2016 पैरालिंपिक में बनाया था।वहीं  गुर्जर ने 64.01 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ झझरिया के 2016 के निशान को भी पीछे छोड़ दिया।

इससे पहले सोमवार को, अवनि लेखारा महिलाओं की 10 मीटर की एयर राइफल जीतकर पैरालिंपिक में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। वहीं योगेश कथुनिया ने सोमवार को पुरुषों की चक्का फेंक F56 स्पर्धा में 44.38 मीटर के सीजन के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत पदक जीता।

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