देश में ऑक्सीजन सिलिंडर की कमी के बीच भारत की मदद को आगे आया सिंगापुर
नई दिल्ली, भारत में कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू हो चुकी है। ऐसे में देश में ऑक्सीजन सिलिंडर की कमी को दूर करने के लिए भारत की मदद के लिए कई देश सामने आ रहे हैं। इस बीच सिंगापुर भारत की मदद के लिए आगे आया है। सिंगापुर से आज 256 ऑक्सीजन सिलिंडर भारत रवाना किए गए हैं। इन्हें सिंगापुर वायुसेना के दो विमानों में भारत रवाना किया गया है। नई दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में सिंगापुर के राजनयिक मिशन की ओर से इसकी जानकारी दी गई है। नई दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में सिंगापुर के राजनयिक मिशन ने बताया कि मंत्री मलिकी उस्मान ने सिंगापुर वायु सेना के सी-130 में से 2 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिसमें आज 256 ऑक्सीजन सिलेंडर भारत रवाना किए गए हैं।
ऑक्सीजन की किल्लत के बीच IAF का ऑपरेशन
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने कोहराम पैदा कर दिया है। ऑक्सीजन के लिए मची हायतौबा के बीच अब सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। भारतीय वायु सेना के मालवाहक विमान सी-17 विमान ने 24 अप्रैल को हिंडन एयर बेस से पुणे एयर बेस के लिए सुबह 8 बजे उड़ान भरी और वहां से ऑक्सीजन के दो खाली कंटेनर ट्रक लोड कर गुजरात के जामनगर एयर बेस पहुंचे। हिंडन एयर बेस से 24 अप्रैल को सुबह 8 बजे उड़ान भरने वाले सी-17 जेट सुबह 10 बजे पुणे पहुंची। पुणे में सी-17 जेट पर ऑक्सीजन के दो खाली टैंकर लोड किए गए।
ऑक्सीजन एक्सप्रेस करीब 64 टन के छह टैंकर ला रही है मप्र
ऑक्सीजन संकट से जूझ रहे मध्य प्रदेश के लिए राहत की ब़़डी खबर है कि पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस ([ट्रेन)] छह टैंकरों में 63.78 टन ऑक्सीजन लेकर बोकारो ([झारखंड)] से रवाना हो चुकी है। लिक्विड ऑक्सीजन के दो टैंकर जबलपुर और चार भोपाल को मिलेंगे। इसके लिए भारतीय रेल ने ग्रीन कॉरिडोर का विशेषष प्रबंध किया है। भोपाल रेल मंडल ने मंडीदीप में इन टैंकरों को उतारने का प्रबंध किया है। यह टैंकर खाली होने के बाद रेल मार्ग से ही लोडिंग ([भरने)] के लिए जाएंगे।